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SANDEEP NAYYAR

कबीर का किशोर मन प्रेम, रोमांस और सेक्स की फैंटेसियों से लबरेज़ है। कबीर की इन्हीं फैंटेसियाँ  का कारवाँ वड़ोदरा की कस्बाई कल्पनाओं से निकल कर लंदन के महानगरीय ख़्वाबों तक पहुँचता है। लंदन के उन्मुक्त माहौल में कबीर की कल्पनाओं को हर वह ख़ुराक हासिल है जिनके लिए उसका मन ललकता है। इन्हीं सतरंगी ख़ुराक पर पलकर उसकी कल्पनाएँ कभी हिकमा और नेहा के प्रेम में तो कभी टीना और लूसी के आकर्षण में ढलती हैं। मगर कबीर के लिए अपने रुपहले ख़्वाबों के हवामहल से निकल कर किशोरियों के मन और काया की भूलभुलैया में भटकना कठिन है। यही भटकाव उसे ‘डार्क नाइट’ में ले आता है, मन की एक ऐसी अवस्था जिसमें किसी उमंग की कोई रौशनी नहीं है। इसी अँधेरे में कबीर मिलता है एक स्पेनिश स्ट्रिप डांसर से जो उसका परिचय डार्क नाइट के रहस्यों से कराती है। डार्क नाइट  के रहस्यों को सुलझाते हुए ही कबीर नारी प्रेम का संगीत छेड़ना भी सीखता है, और इस संगीत के सम्मोहन में जकड़ती हैं दो सुंदरियाँ, प्रिया और माया।  

प्रिया और माया के आकर्षण में डोलता कबीर उस दोराहे के जंक्शन पर पहुँचता है जहाँ उसकी पुरानी कल्पनाएँ जीवित होना चाहती हैं।

किसके प्रेम में ढलेंगी कबीर की कल्पनाएँ?

किसकी दहलीज़ पर जाकर रुकेगा कबीर के ख़्वाबों का कारवाँ?

माया या प्रिया?   

Sandeep Nayyar is a mechanical engineer by qualification, an IT consultant by profession and a writer by choice. Born in 1969, Sandeep has had a great flair and passion for writing since his early childhood. Despite qualifying as an engineer he has also worked as a journalist and has written regular columns for various newspapers and magazines. Sandeep now lives in the UK with his wife and two children. 
Writing a regular column 'Letter From London' in leading magazine 'Duniya In Dino' published from Bhopal, India. 
Wrote a regular column 'Naya Bazaar' on market and economic trends in Saptahik Hindustan. 
Have been writing articles, essays, poems etc. for various magazines and newspapaers including Dainik Bhaskar, Navbharat, Deshbandhu and Sahitya Amrit. 

My Story
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Director

U2 Consultants Limited.
96, Marshall Lake Road,

Solihull. UK.  

B90 4PN.

info@sandeepnayyar.com

+44-7411252168

My Books

A historical Fiction

published by Penguin India.

 

Letter From London
My Blogs

English version of Samarsiddha,

published by Ocean Books. 

किताबी बातें
In Media

हिंदी की ख़ुशबू अब अंग्रेज़ी में

July 3, 2016

दैनिक जागरण से बात करते हुए गीतांजलि सदस्य संदीप नैयर ने बताया कि हिंदी के नए लेखकों को अंग्रेज़ी के पाठकों की रुचिओं की भी समझ है. 

समरसिद्धा वर्ष 2014-2015 के सर्वश्रेष्ठ उपन्यासों में शामिल

September 21, 2015

फेमिना पत्रिका ने गीतांजलि के सदस्य और हिंदी/अग्रेज़ी के उपन्यासकार संदीप नैयर के पेंगुइन द्वारा प्रकाशित उपन्यास 'समरसिद्धा' को वर्ष 2014-15 की बेहतरीन किताबों में उपन्यास की विधा में तीसरा स्थान दिया है. 

संदीप नैयर के विचार दैनिक जागरण में प्रकाशित

September 13, 2015

प्रतिष्ठित हिंदी अखबार दैनिक जागरण के हिंदी दिवस विशेषांक में गीतांजलि के सदस्य संदीप नैयर के विचार प्रकाशित हुए हैं.

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Book Reviews

लाजवाब है संदीप नैयर का पहला उपन्यास

November 04, 2014

पेंगुइन बुक्स प्रकाशन से संदीप नैयर का पहला उपन्यास आया है- समरसिद्धा। भाषा, प्रस्तुति, कथानक और गल्प की दृष्टि से लाजवाब इस उपन्यास की परिचय पंक्ति में लिखा है प्रेम, पीड़ा और प्रतिशोध की गाथा। 

बेहद खूबसूरती से उपन्यास का आगाज होता है और बड़े ही मार्मिक अंदाज में अंजाम तक पहुंचता है।

The Dawn at Dusk's Review

July 18, 2016

This book is beautifully written, and the author knows a lot about the Aryan civilization and the post-Vedic period. This book’s relevance is spot-on for our times, when there are multiple clashes of races and sexes. Martin Luther Jr once said “Darkness cannot drive out darkness; only light can do that. Hate cannot drive out hate; only love can do that.” The author reiterates this in the form of this book. Worth a read.

उपन्यास की भाषा-शैली प्रभावित करती है

August 16, 2014

दक्षिण कोसल की स्थितियों का यह चित्रण आज के हमारे समय-समाज का भी रूपक है-इस उत्तर आधुनिक दौर में हमारे अपने नीति-नियंता भी पूरे देश को, और उसकी चिंताओं-शिकायतों को कितना समझ पाते हैं! उपन्यास की भाषा-शैली भी प्रभावित करती है।

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