top of page

डॉ. कुँअर बेचैन

कवि नाम-- डा॰ कुंअर बेचैन ( KUNWAR BECHAIN)

पूरा नाम-- कुंवर बहादुर सक्सेना

 

 आधार कार्ड में नाम-- कुंवर बहादुर ( KUNWAR  BAHADUR)

  आधार कार्ड नंबर  5312 8404 0551

 

पासपोर्ट में नाम-- कुंवर बहादुर

( KUNWAR BAHADUR)

 (पासपोर्ट आदि सभी में यही नाम)

 

जन्म-तिथि एवं जन्म-स्थान- 1 जुलाई, 1942, ग्राम उमरी (उ॰प्र॰)

 

पिता- श्री नारायणदास सक्सेना (स्व.) 

माँ- श्रीमती गंगादेवी सक्सेना (स्व.)

 

संरक्षक – 

2 माह की अवस्था में ही पिता का देहांत

7 वर्ष की उम्र तक पहुँचते माँ का भी स्वर्गवास

2 वर्ष की आयु से ही बहनोई श्री जंगबहादुर सक्सेना एवं बहिन श्रीमती प्रेमवती द्वारा पालित-पोषित

9 वर्ष की उम्र पर बहिन का भी निधन

 फिर घर की चाबी कुंजी खुद के हाथ

1978 में बहनोई साहब का भी निधन

 

शिक्षा एवं शिक्षा-दीक्षा-स्थान-

एम॰काम॰, एम॰ए॰हिन्दी, पीएच॰डी॰(हिन्दी), 

चंदौसी, ज़िला मुरादाबाद, उ॰प्र॰

 

कार्य-क्षेत्र - 

1965 से 2002 तक एम. एम. एच. पी.जी. कालिज गाजियाबाद के हिन्दी विभाग में अध्यापन और हिन्दी-विभागाध्यक्ष पद से सेवानिवृत. 

 

अब स्वतंत्र लेखन.

 इन दिनों कविसम्मेलन का इतिहास-लेखन का कार्य चल रहा है (लगभग अठारह हजार पृष्ठों में )

 

परिवार--

कुँअर बेचैन(स्वयं)

श्रीमती सन्तोष कुँअर (पत्नी) दो पुस्तकें छपी 

श्रीमती वंदना कुँअर रायजादा (पुत्री) कवयित्री

श्री प्रगीत कुँअर (पुत्र) कवि 

 

सम्मान-पुरस्कार- 

देश-विदेश की लगभग 100  संस्थाओं से भी अधिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित, 

1-उत्तर प्रदेश के हिन्दी संस्थान द्वारा 50 हजार का साहित्य भूषण सम्मान (अब दो लाख) 

2- दो लाख का हिन्दी गौरव सम्मान (अब चार लाख), 

3- मध्य प्रदेश शासन , संस्कृति विभाग द्वारा प्रदत्त राष्ट्रीय कवि प्रदीप सम्मान-2019 (दो लाख रुपये, सम्मान-पट्टिका )

 मुंबई की परिवार संस्था द्वारा 51 हजार का परिवार पुरस्कार, 

कोलकोता में कन्हैया लाल सेठिया सम्मान 51 हजार 

एवं अन्य अनेक एक लाख और पचास हजार के सम्मान एवं

 

देश-विदेश की अनेक संस्थाओं द्वारा प्राप्त 100 से अधिक महत्वपूर्ण सम्मान एवं पुरस्कार

 

सम्मान--

भारत के राष्ट्रपति महामहिम ज्ञानीजेलसिंह एवं डा॰शंकरदयाल शर्मा द्वारा राष्ट्रपति भवन में सम्मान

 

उपाधियाँ- 

कविरत्न, भारत गौरव, गीतपुरुष, भारतश्री, राष्ट्रीय आत्मा पुरस्कार  आदि।

 

विदेश-यात्राएं - साहित्यिक एवं अन्य--

मारीशस [दो बार], रूस, सिंगापुर, इन्डोनेशिया, मस्कट, अमेरिका- [पाँचबार],कनाड़ा(दो बार) यू॰के॰- [चार बार],दुबई- [तीन बार],सूरीनाम, हालेंड, फ्रांस, जर्मनी, वेल्जियम, स्विट्ज़रलैंड, लकसमबर्ग, पाकिस्तान, जापान, आस्ट्रेलिया, जोहन्सबर्ग, कीनिया, आबू धाबी.

 

विश्व हिन्दी सम्मेलन में भागीदारी—

 यू.के॰, सूरीनाम, जोहन्सबर्ग, भोपाल एवं मारीशस

 

केसेट एवं सी॰डी॰-

1.पहली नज़र[इन्डोनेशिया के गायक अनिलकान्त रीनाकान्त द्वारा कवि की गजलें गाई गईं] 

2.प्यार के छींटे, 3. आहटें, 4.धूप चली मीलों तक ,[कुँवर बेचैन के स्वर में] 

5 ज़रा सी धूप,एल्बम [कुँअर बेचैन अपनी ही गजलो के गायक के रूप में साज के साथ ]  6. दस्तक, 7. कोई आवाज़ देता है, 8. तू ही मंज़िल बन के आ॰ [कवि की गजलें कुणाल मुखर्जी तथा उर्वशी सक्सेना की आवाज़ में ]

 

फिल्म में गीत--

1-‘कोख’ फ़िल्म में गीत ( श्री रवींद्र जैन जी का संगीत एवं हेम लता जी का गायन)

,2- यू॰के॰ के प्रोड्यूसर एवं फिल्म निर्देशक श्री निखिल कौशिक द्वारा निर्मित में बनी फिल्म “भविष्य द फ्यूचर” में दो गीत,

3- आगे आने वाली अन्य दो फिल्मों के लिए भी गीत-लेखन एवं एक में पांच मिनट का अभिनय भी)

 

टी.वी. सीरियलों के लिए गीत-लेखन-

' क्या फर्क पड़ता है' सीरियल के लिये गीत

 

टी.वी. शार्ट फ़िल्म के लिए गीत--

'रास्ता छोड़ो मेडम' के गीत (श्री श्रीकांत सक्सेना द्वारा निर्मित)

 

टीवी. चैनलों पर काव्य-पाठ--

आज तक,  एन डी टी वी, सब टीवी ( वाह वाह क्या बात है)

 

दूरदर्शन द्वारा --

डॉ. कुँअर बेचैन के गीत ' बिटिया ने जन्म लिया हमारे अँगना फूल बरसे' पर शार्ट फ़िल्म बनी जिसमें मशहूर फिल्म-अभिनेत्री वहीदा रहमान तथा दीया मिर्जा ने अभिनय किया)

 

दूरदर्शन के अनेक गायकों ने डॉ. कुँअर बेचैन के कई गीत गाये जिनमें प्रसिद्ध गायिका सुश्री उमा गर्ग प्रमुख हैं

 

आकाशवाणी–

ऑल इंडिया रेडियो दिल्ली से सम्बद्ध

'अमर रहे गाँधी की गाथा अमर रहे' (डॉ. कुँअर बेचैन के गीत को आकाशवाणी के कलाकारों द्वारा गायन)

इसके अतिरिक्त कई अन्य गीत भी आकाशवाणी कलाकारों द्वारा गाये गए

 

यूट्यूब चैनलों पर अनेक गायक-गायकों द्वारा डॉ. कुँअर बेचैन की ग़ज़लों और गीतों का गायन--

 

-- जिनमें डॉ. कुमार विश्वास, श्री अजय राय, श्री ओमप्रकाश मिश्र, सुश्री स्वाति भोजपुरी, सुश्री अगाथा सिंह, सुश्री रूपा एकांत, सुश्री कविता अरोरा एवं सुश्री रौशनी किरण, आदि प्रमुख हैं

 

अनेक यूट्यूब चैनलों पर लाइव प्रोग्राम

 

कविसम्मेलन-

-पिछले 61 वर्षों से देश-विदेश के लगभग 4000 से भी अधिक कविसम्मेलनों में भागीदारी

 

कवि कुँअर बेचैन के साहित्य पर शोध-कार्य-- -22 शोधार्थियों को कुँअर बेचैन के साहित्य पर विभिन्न विश्वविद्यालयों से पीएच॰डी॰ की उपाधि प्राप्त

 

कवि के निर्देशन में शोध-कार्य –

कवि के निर्देशन में 22 शोधार्थियों को पीएच॰ डी॰ की उपाधि प्राप्त ( जिनमें डॉ. कुमार विश्वास तथा डॉ. प्रवीण शुक्ल जैसे प्रसिद्ध कवि भी हैं)

 

कवि की कवितायें पाठ्यक्रमों में-  

अनेक विश्वविद्यालयों में एम॰ए॰ तथा बी.ए.के पाठ्यक्रमों में कवि की रचनाएं संकलित

 

 बोर्ड- महाराष्ट्रऔर गुजरात बोर्ड में भी कवि की रचनाएँ पाठ्यक्रमों में संकलित 

 

मेरठ विश्वविद्यालय के बी.ए. द्वितीय वर्ष के पाठ्यक्रम के लिए 'आधुनिक काव्य' नामक पुस्तक का सम्पादन

 

अन्य- 1. लगभग 300 पुस्तकों से अधिक की भूमिकाएँ

 2. चित्रकार कुँअर बेचैन के चित्रों की प्रदर्शिनियाँ

 

35 पुस्तकें प्रकाशित –

नौ  गीत संग्रह –

1-पिन बहुत सारे (1972)  2- भीतर सांकल बाहर सांकल (1978)    3- उर्वशी हो तुम (1987) 4- झुलसो मत मोरपंख (1990) 5-नदी पसीने की (2005), 6- दिन दिवंगत हुए (2005) 7- लौट आए गीत के दिन (2011), 8- कुँअर बेचैन के प्रेमगीत (2006) 9- कुँअर बेचैन के नवगीत (2006)

 

सोलह हिन्दी ग़ज़ल-संग्रह— 

 1-शामियाने काँच के (1983) 2- महावर इंतज़ारों का (1983) 3- रस्सियाँ पानी की (1987), 4- पत्थर की बांसुरी (1990), 5-दीवारों पर दस्तक (1991), 6- नाव बनता हुआ कागज (1992), 7- आग पर कंदील (1995) 8- आंधियों में पेड़ (1996), 9- आँगन की अलगनी (1997), 10- तो सुबह हो (2001), 11- कोई आवाज़ देता है (2005), 12-धूप चली मीलों तक(2010),  13- आंधियो धीरे चलो (2006),  14- खुशबू की लकीर (2008), 15- कुँअर बेचैन की चुनिन्दा गजलें 16- हलंत बोलेंगे.(2018)

 

दो कविता संग्रह– (अतुकांत)

1- शब्द: एक लालटेन (1996) 

2- नदी तुम रुक क्यों गईं (1996) 

 

अन्य--

एक दोहा संग्रह—दो होठों की बात, 

एक हाइकु संग्रह—पर्स पर तितली, (2010) 

एक महाकाव्य-( पौने चार सौ पृष्ठों में ) प्रतीक पांचाली (2016)

 

दो उपन्यास- 

1-मरकत द्वीप की नीलमणि (ललित उपन्यास) (2001)

2- जी हाँ, मैं गजल हूँ (मिर्ज़ा गालिब पर आधारित) ((2007)

 

सैद्धांतिक पुस्तक--

1-गजल का व्याकरण (1996)

 

यात्रा-वृतांत--

1-बादलों का सफर (यात्रा वृतांत) (2007) 

 

प्रकाश्य पुस्तकें--

एक लघुकथा-संग्रह 

एक माहिया-संग्रह

एक जनक छंद-संग्रह

एक तांका-संग्रह

एक संस्मरण की किताब

एक किताब अपने मित्रों का जीवन

सात पुस्तकें समीक्षा की

 

अन्य-- 

कोयला मंत्रालय में हिंदी  सलाहकार

 

आवास का पता--

2 एफ-51, नेहरूनगर, गाज़ियाबाद-201001,

 

मोबाइल--

9818379422 ( रेगुलर एवं वाट्सएप दोनों)

लैंडलाइन-- 0120- 2793057

ईमेल -Kbechain2012@gmail.com

Donate with PayPal
  • Facebook Classic
  • Twitter Classic
  • c-youtube
bottom of page